कहे कबीरा तै डुमर कस किरा लिरिक्स निलकमल वैष्णव chhattisagarhi song lyrics
📌Song title - Kahe Kabira Tai Dumar Kas Kira
🎤 Singer - Nilkamal Vaishnav घर के मुर्दा ला छुत समझ के.....
घर के मुर्दा ला छुत समझ के
खन कोड़ के गड़ीयाये गा
अउ बाहिर के मुर्दा ला हाव भाव से भईया मोर
भुंज बघार के खाएं गा
प्रेम से बोल भरत प्रिय रामचंद्र की जय
🎼🎼🎼MUSIC🎼🎼🎼
कहे कबीरा तन डुमर कस किरा
हों..........
कहे कबीरा तै डुमर कस किरा
तै गंगा नहा लें न वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै गंगा नहा लें न वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै भाई ल बला लें न वो
कहे कबीरा तै डुमर कस किरा
हों..........
कहे कबीरा तै डुमर कस किरा
तै गंगा नहा लें न गा
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै भाई ल बला लें न गा
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै गंगा नहा लें न वो
🎼🎼🎼MUSIC🎼🎼🎼
देखते देखत म यम के पुजारी
उठा के तोला ले जाहि वो
उठा के तोला ले जाहि
देखते देखत म यम के पुजारी
उठा के तोला ले जाहि वो
उठा के तोला ले जाहि
जाएं के बेरा तोर घर कुरिया मा
हाहाकार मच जाहि वो
हाहाकार मच जाहि
जाएं के बेरा तोर घर कुरिया मा
हाहाकार मच जाहि वो
हाहाकार मच जाहि
तोला पेरत हावे मया अउ पीरा
हों..........
तोला पेरत हावे मया अउ पीरा
पीरा ला भुला लेना वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै गंगा नहा लें न वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै भाई ल बला लें न वो
🎼🎼🎼MUSIC🎼🎼🎼
हृदय काया मरघटिया जाहि ता
माटी मा तन मिल जाहि वो
माटी मा तन मिल जाहि
हृदय काया मरघटिया जाहि ता
तन मा आगी लगाही वो
तन मा आगी लगाही
करम जोनी भुगतना ला वो
गिन गिन के भोगवाही वो
गिन गिन के भोगवाही
करम जोनी भुगतना ला वो
गिन गिन के भोगवाही वो
गिन गिन के भोगवाही
तोला पेरत हावय मया अउ पीरा
हों..........
तोला पेरत हावे मया अउ पीरा
पीरा ला भुला लेना वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै गंगा नहा लें न वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै भाई ल बला लें न वो
🎼🎼🎼MUSIC🎼🎼🎼
चौपाई
हृदय काया मरघटिया जाहि ता
माटी मा तन मिल जाहि रे
माटी मा तन मिल जाहि
करम जोनी भुगतना ला वो
गिन गिन के भोगवाही रे
गिन गिन के भोगवाही
तोला पेरत हावे मया अउ पीरा
हों........
तोला पेरत हावे मया अउ पीरा
पीरा ला भुला लेना वो....
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै भाई ल बला लें न वो
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै गंगा नहा लें न गा
कहे कबीरा तै डुमर कस किरा
हों..........
कहे कबीरा तै डुमर कस किरा
तै गंगा नहा लें न गा.....
दाई दीदी मन आही, मोर भईया मन आही
तै गंगा नहा लें न गा
तै भाई ल बला लें न वो
तैहा गंगा नहा लें न गा
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